
जयपुर, 8 अप्रैल 2025 — जयपुर के नाहरगढ़ क्षेत्र में 7 अप्रैल की रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे शहर को सदमे और शोक में डुबो दिया। एक तेज रफ्तार SUV, जिसे 62 वर्षीय उस्मान खान चला रहे थे, बेकाबू होकर सड़क पर चल रहे लोगों और वाहनों को रौंदती चली गई। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों की पहचान
ममता कंवर (50), अवधेश पारीक (37) और वीरेंद्र सिंह (48) के रूप में हुई है। घायलों को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
घटना की भयावहता
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, SUV ने सबसे पहले संतोषी माता मंदिर के पास एक स्कूटर को टक्कर मारी। इसके बाद वाहन ने करीब सात किलोमीटर तक कई राहगीरों और खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारते हुए तबाही मचाई। अंत में यह वाहन एक तंग गली में फंसकर रुक गया।
स्थानीय लोगों की साहसिक भूमिका
स्थानीय लोगों ने साहस दिखाते हुए आरोपी चालक को मौके पर ही पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि उस्मान खान नशे में था। वह शास्त्री नगर के राणा कॉलोनी का निवासी है और विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में लोहे के पलंग बनाने की फैक्ट्री चलाता है।
शहर में आक्रोश की लहर
घटना के बाद पूरे शहर में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने नाहरगढ़ थाने के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “हम मांग करते हैं कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा, एक सरकारी नौकरी और आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए।”
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की नाकामी पर सवाल उठाए, खासतौर पर शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ ढीली कार्रवाई पर। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “अगर सख्त नियम होते तो यह हादसा टल सकता था। सात किलोमीटर तक नशे में वाहन चलाना — यह कानून व्यवस्था की बड़ी चूक है।”
पुलिस की प्रतिक्रिया
जयपुर पुलिस आयुक्त रवि शर्मा ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा, “हमने आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। जांच तेजी से की जा रही है और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा।”
इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक कानूनों के सख्त पालन की आवश्यकता को उजागर किया है। जयपुर, भारत के अन्य शहरों की तरह, शराब पीकर वाहन चलाने और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं से जूझ रहा है।
स्थानीय निवासियों ने शहर में अधिक CCTV कैमरे, नियमित नशा जांच अभियान और कठोर दंड की मांग की है। निवासी रमेश सिंह ने कहा, “हमें जागने के लिए एक त्रासदी क्यों चाहिए?”
इस अपूरणीय क्षति पर पूरा शहर शोक में डूबा है। यह घटना बताती है कि एक व्यक्ति की लापरवाही कितनी बड़ी जनहानि का कारण बन सकती है। अब पूरा शहर न्याय और सुरक्षित सड़कों की मांग कर रहा है।